नराकास, चेन्नै ( बैंक/वि.सं)
नराकास की भूमिका
समिति का गठन व इतिहास
वर्तमान में राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा इंडियन बैंक, कॉर्पोरेट कार्यालय को चेन्नै नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के संयोजन का दायित्व सौंपा गया है । ” चेन्नै नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (बैंक/वि.सं)” का गठन 1986 में किया गया था। समिति के गठन का मुख्य उद्देश्य चेन्नै स्थित सरकारी क्षेत्र के बैंकों व वित्तीय संस्थाओं में हिन्दी के प्रयोग को बढ़ाना और भारत सरकार के वार्षिक कार्यक्रमों में निर्दिष्ट विभिन्न मदों के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना है। साथ ही चेन्नै नगर में बैंकों एवं वित्तीय संस्थाओं में राजभाषा हिंदी के प्रयोग के लिए अनुकूल वातावरण सृजित करने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करना है। समिति की प्रथम बैठक दिनांक 10.12.1986 को इण्डियन ओवरसीज़ बैंक के स्टाफ प्रशिक्षण केन्द्र में संपन्न हुई। इस बैठक का उद्घाटन श्री शंभु दयाल, संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग ने किया । डॉ कुंचितपादम इस समिति की प्रथम सदस्य सचिव थीं। समिति में वर्तमान में संयोजक बैंक सहित कुल 32 सदस्य शामिल हैं। अब तक समिति की 66 अर्ध-वार्षिक बैठकें हो चुकी हैं। समिति की ओर से अर्धवार्षिक प्रत्रिका ”चेन्नै भारती” के 23 अंक प्रकाशित हो चुके हैं। सुश्री पद्मजा चुन्डूरू, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी, इंडियन बैंक, समिति की वर्तमान अध्यक्षा हैं। श्री अजयकुमार, मुख्य प्रबंधक, राजभाषा विभाग, इंडियन बैंक, चेन्नै नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के वर्तमान सदस्य सचिव हैं । समिति के सदस्य बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के सहयोग एवं समर्थन तथा समिति के अध्यक्ष के मार्गदर्शन में समिति ने राजभाषा कार्यान्वयन की दिशा में सदस्य बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के स्टाफ सदस्यों के लिए सफलतापूर्वक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए हैं। पिछले 31 वर्षों में समिति के श्रेष्ठ कार्य निष्पादन के लिए राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा चेन्नै नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (बैंक/वि.सं.) को पुरस्कार भी प्रदान किया गया हैं।
( अंतिम संशोधन Aug 06, 2019 at 03:08:07 PM )