आइबी स्टार एग्रो मिल्स (चावल मिल, दाल मिल, तेल मिल एवं आटा मिल) एवं आइबी स्टार एग्रो मिल अखिल भारत समूह
लक्ष्य समूह:
- समस्त नये / वर्तमान चावल मिल, दाल मिल, तेल मिल एवं आटा मिल।
उद्देश्य:
- नई मशीनरी की खरीद / कारखाना निर्माण / आधुनिकीकरण एवं कार्यशील पूंजी की आवश्यकता ।
पात्रता:
- नये यूनिट के लिए: संतोषजनक प्रवर्तकों के पिछला कार्य-निष्पादन रिकॉर्ड, नये यूनिट के लिए समूह संबंधन एवं व्यवहार्य परियोजना।
- वर्तमान यूनिट के लिए: न्यूनतम दो वर्ष की अवधि तक लगातर निवल लाभ प्राप्त यूनिट।
सुविधा की प्रकृति:
- सावधि ऋण।
- नकद ऋण।
ऋण राशि:
- प्रोजेक्ट की कीमत पर आधारित।
मार्जिन:
- सावधि ऋण:
- नयी मशीनरी के लिए 25% एवं भू-संपत्ति एवं इमारत के लिए 30%।
- कार्यशील पूंजी:
मालों का स्टॉक :
- रु.1 करोड़ से कम सीमा के लिए – 20%।
- रु.1 करोड़ एवं उससे अधिक की सीमा के लिए – 25%।
बही ऋण: 25% (90 दिन की अवधि तक) एनएफबी मार्जिन – नियमानुसार।
पुनर्भुगतान अवधि व शर्तें:
- अधिकतम 7 वर्ष (जिसमें अधिकतम 2 वर्ष की मोराटोरियाम अवधि सम्मिलित है)।
- कार्यशील पूंजी – वार्षिक नवीकरण के साथ एक वर्ष।
प्रसंस्करण एवं अन्य शुल्क:
सावधि ऋण:
- रु.25000/- तक – शून्य।
- रु.25000/- से अधिक : संस्वीकृत सीमा का 0.50%।
कार्यशील पूंजी:
- रु.25000/- तक : शून्य।
- रु.25,000/- से अधिक से रु.50 लाख तक: रु.250 प्रति लाख अथवा उसके हिस्से का न्यूनत्तम रु.250।
- रु.50 लाख से अधिक : रु.350 प्रति लाख अथवा उसका हिस्सा।
- अन्य समस्त प्रभार: समय-समय पर कृषि ऋण से संबंधित सेवा शुल्क पर जारी परिपत्र के अनुसार।
ब्याज दर:
- कृपया हमारे बैंक की वेबसाइट www.indianbank.in के होम पेज पर ब्याज दर से संबंधित लिंक देखें।
प्रतिभूति:
- प्राथमिक: बैंक ऋृण से सृजित स्टॉक पर बैंक का हाइपोथिकेसन / बही ऋण / मशीनरी / फैक्ट्री भूमि एवं इमारात की साम्यिक बंधक / बैंक वित्त से सृजित आस्तियों पर प्रभार।
- संपार्श्विक: रु.10 लाख की सीमा तक के लिए कोई भी संपार्श्विक प्राप्त नहीं किया जाएगा। रु.10 लाख से अधिक सीमा के लिए: साम्यिक बंधक संपत्ति के माध्यम से/एमएमडी/एफडी/एलआईसी/एनएससी इत्यादि के रूप में अतिरिक्त जमानत, स्वीकृत सीमा के लिए उधारकर्ता / गारंटीकर्ता से संबंधित (एफबी एवं एनएफबी दोनों) ऋण राशि का 100% होना चाहिए।
( अंतिम संशोधन Sep 12, 2023 at 05:09:20 PM )