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राजभाषा

राजभाषा

राजभाषा का कार्यान्वयन

  • बैंक, राजभाषा अधिनियम, 1963 तथा राजभाषा नियम, 1976 के आधार पर भारत सरकार की राजभाषा नीति का सक्रियतापूर्वक कार्यान्वयन कर रहा है। बैंक द्वारा प्रतिवर्ष भारत सरकार, गृह मंत्रालय के राजभाषा द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम के आधार पर बैंक का राजभाषा विषयक वार्षिक कार्यक्रम तैयार किया जाता है तथा अंचल कार्यालयों को आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जाता है।
  • बैंक, भारत सरकार के निदेशानुसार राजभाषा के कार्यान्वयन में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। बैंक को वर्ष 2017-18 में राजभाषा के उत्कृष्ट कार्यान्वयन के लिए भारत सरकार द्वारा “राजभाषा कीर्ति” पुरस्कार से नवाजा गया है। यह पुरस्कार भारत के उपराष्ट्रपति माननीय श्री एम वेंकया नायडू के कर-कमलों से बैंक के कार्यपालक निदेशक, श्री ए एस राजीव को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में दिनांक 14.09.2018 को प्रदान किया गया।
  • बैंक ने हिन्दी भाषा को हिन्दी गीतों के माध्यम से स्टाफ सदस्यों के बीच लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से बॉलीवुड के 12 सदाबहार हिन्दी गायकों को आधार बनाकर एक वाइरो डेस्क कलेंडर भी तैयार है। बैंक ने 2019 में एक हिन्दी टिप्पण डेस्क कलेंडर भी बनाया है।
  • बैंकिंग में मौलिक लेखन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था में समामेलन का महत्व” विषय पर अखिल भारतीय निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया है तथा प्राप्त निबंधों में से श्रेष्ठ 24 निबंधों का चयन कर एक पुस्तक के रूप में संकलन प्रकाशित किया है। इसी सिलसिले में दिनांक 27 दिसम्बर 2019 को कोलकाता स्थित होटल ताज बंगाल में एक अखिल भारतीय हिन्दी सेमिनार का आयोजन भी किया गया है।
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  • बैंक ने राजभाषा के कार्यान्वयन को गति प्रदान करते हुए, स्टाफ सदस्यों को हिन्दी में काम करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से तमिल-हिन्दी-अँग्रेजी, तेलुगु-हिन्दी, कन्नड़-हिन्दी, मलयालम-हिन्दी आदि शब्दावलियाँ, संवाद- चालीसा, सरल हिन्दी टिप्पण, राजभाषा संचयिका, राजभाषा प्रश्नोत्तरी आदि 10 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन किया है।
  • बैंक के कॉर्पोरेट कार्यालय द्वारा त्रै-मासिक पत्रिका ‘इंड-छवि’ का प्रकाशन किया जा रहा है। अंचल कार्यालयों से भी त्रै-मासिक/छमाही हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन किया जा रहा है, जिनमें अन्य आवश्यक विषयों के साथ बैंकिंग विषयों पर विशेष ज़ोर दिया जाता है।
  • बैंक में सितंबर 2019 माह को ‘हिन्दी माह’ के रूप में मनाया गया, इसके दौरान राजभाषा हिन्दी को स्टाफ सदस्यों के मध्य प्रचारित करने के उद्देश्य से हिन्दी भाषी तथा अहिन्दी भाषी स्टाफ सदस्यों एवं उनके बच्चों के लिए कॉर्पोरेट कार्यालय तथा अंचल स्तर पर विभिन्न हिन्दी प्रतियोगिताओं एवं संगोष्ठियों का आयोजन किया गया।
  • बैंक की वेबसाइट पूर्णतः द्विभाषी है । बैंक की मोबाइल एप्प इंड-पे पाँच भाषाओं(हिन्दी, अँग्रेजी, तमिल, मराठी और मलयालम) में है। ग्राहकों के लिए उपयोगी सभी आवश्यक प्रपत्र व प्रारूप द्विभाषी/त्रिभाषी रूप में उपलब्ध हैं। बैनर, पोस्टर एवं पैम्फ़लेट इत्यादि द्विभाषी/त्रिभाषी बनाए जाते हैं।
  • बैंक, स्टाफ सदस्यों को हिन्दी कार्यशालाओं के जरिए प्रशिक्षण देने पर विशेष ज़ोर दे रहा है। इमेज, स्टाफ प्रशिक्षण केंद्रों तथा विभिन्न अंचल कार्यालयों में हिन्दी कार्यशालाओं का नियमित आयोजन किया जा रहा है, जिनमें व्यावहारिक प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाता है। वर्ष के दौरान कुल 60 हिन्दी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया, जिनमें 656 अधिकारियों तथा 267 लिपिकों को प्रशिक्षित किया गया।
  • राजभाषा अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से शाखाओं के राजभाषा विषयक निरीक्षण किए जा रहे हैं, जिनमें राजभाषा कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए स्टाफ सदस्यों को डेस्क प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
  • बैंक के कुछ कार्यालयों को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों के संचालन का दायित्व भारत सरकार द्वारा सौंपा गया है, जिसको पूर्ण निष्ठा के साथ निभाया जा रहा है:
  • चेन्नै नराकास के तत्वावधान में बैंक के प्रशिक्षण महाविद्यालय इमेज़ में दिनांक 31.10.2018 को राजभाषा अधिकारियों के लिए विशेष हिन्दी कार्यशाला “राजभाषा कार्यान्वयन के नए आयाम” का आयोजन किया गया, जिसमें श्री प्रकाश शुक्ल, संयुक्त निदेशक, राजभाषा विभाग, भारत सरकार की गरिमामयी उपस्थिति रही।
  • इसी क्रम में, चेन्नै नराकास(बैंक व वि.सं) के तत्वावधान में, बैंक द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ संयुक्त रूप से गुरु नानक कॉलेज, चेन्नै में दिनांक 29.03.2019 को “बैंकिंग में साइबर सुरक्षा” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

( Last modified on Nov 23, 2022 at 07:11:13 PM )

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